मंडुआ/रागी रोटियां | Pahadi Mandua/Ragi Roti |
जिस प्रकार गेंहू के आटे, मक्का के आटे आदि की रोटीयां बनायीं जाती हैं उसी प्रकार पहाड़ के लोगों में मंडुवे की आटे की रोटियां बनायीं जाती रही हैं. मंडुआ की रोटी को आसानी से किसी भी तरह के चूल्हे पर बनाया जा सकता है. पहाड़ों में मंडुआ की रोटी लकड़ी के चूल्हे पर बनायीं जाती है. लकड़ी की आग पर बनी मंडुआ की रोटी का स्वाद और भी
स्वादिष्ट हो जाता है.
स्वादिष्ट हो जाता है.
चूल्हे पर बनायीं जा रही मंडुआ की रोटी |
मंडुवे की रोटी बनाने की विधि | Mandua/Ragi Roti Recipe |
- इसके बाद बेलन और हाथों की सहायता से इसकी चपाती बना लें.
- चपाती कच्ची न रह जाये इसलिए खुली आग पर भी सेक लें. लकड़ी के चूल्हे का इस्तेमाल कर रहे हैं तो रोटी को अंगारों पर ही सेकें।
मंडुआ की रोटी |
इस प्रकार से मंडुवे की रोटी को तैयार किया जाता है. इस रोटी को आप सब्जी, दाल, घी, दही इत्यादि के साथ खा सकते हैं.पहाड़ में गर्म-गर्म कोदे की रोटी को घी के साथ बड़े ही चाव से खाया जाता है. मंडुआ/रागी जिसे पहाड़ी कोदा के नाम से नहीं जानते हैं, के बहुत सारे सेहतमंद फायदे हैं। पहाड़ी कोदे के फायदे जान ने के लिए क्लिक करें।
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