नरेंद्र सिंह नेगी उत्तराखंड पहाड़ी गायन में वह नाम है जिसे उत्तराखंड का हर इंसान पहचानता है। उत्तराखंड के “गढ़ रत्न” माने जाने वाले नरेंद्र सिंह नेगी एक गायक, कवि, संगीतकार और लेखक हैं। उत्तराखंड में अधिकतर लोग नेगी जी को एक पहाड़ी गायक के तौर पर पहचानते हैं। अपने मधुर पहाड़ी गानों से दुनियाभर में उत्तराखंड का नाम बनाने वाले नेगी जी बहुत अच्छे वक्ता भी हैं। नरेंद्र सिंह नेगी जी के गानों में उत्तराखंड की पहाड़ी संस्कृति, पौराणिकता, ऐतिहासिकता, सामाजिक जीवनशैली, राजनिती, सामाजिक मुद्दे और पर्यावरण संरक्षण आदि की झलक देखने को मिलती है।
नरेंद्र सिंह नेगी पर्सनल लाइफ | Narendra Singh Negi Personal Life |
नरेंद्र सिंह नेगी जन्मतिथि | Narendra Singh Negi date of birth : 12 अगस्त 1949
नरेंद्र सिंह नेगी उम्र | Narendra Singh Negi age : 73 वर्ष (साल 2022 तक)
.नरेंद्र सिंह नेगी के उपनाम | Narendra Singh Negi other name : गढ़ रत्न, गढ़ गौरव
नरेंद्र सिंह नेगी जन्मस्थान | Narendra Singh Negi birth place : पौड़ी उत्तरप्रदेश (अभी उत्तराखंड )
नरेंद्र सिंह नेगी राष्ट्रीयता | Narendra Singh Negi nationality : भारतीय
नरेंद्र सिंह नेगी राशि | Narendra Singh Negi zodiac sign : सिंह
नरेंद्र सिंह नेगी गृहनगर | Narendra Singh Negi hometown पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड
नरेंद्र सिंह नेगी शैक्षिक योग्यता | Narendra Singh Negi education : स्नातक (रामपुर उत्तराखंड से )
नरेंद्र सिंह नेगी व्यवसाय | Narendra Singh Negi work : जिला सूचना अधिकारी, गायक, गीतकार, लेखक
नरेंद्र सिंह नेगी का परिवार | Narendra Singh Negi family |
नरेंद्र सिंह नेगी के पिता | Narendra Singh Negi Father : श्री उमराव सिंह नेगी (भारतीय सेना में नायब सूबेदार रहे)
नरेंद्र सिंह नेगी की माता | Narendra Singh Negi Mother : श्रीमती सुमद्रा देवी जी (गृहणि)
नरेंद्र सिंह नेगी की पत्नी | Narendra Singh Negi wife : श्रीमती उषा नेगी
नरेंद्र सिंह नेगी का बेटा | Narendra Singh Negi son : कविलाष नेगी
नरेंद्र सिंह नेगी की बेटी | Narendra Singh Negi daughter : ऋतू नेगी
नरेंद्र सिंह नेगी की बहु | Narendra Singh Negi Daughter in law: अंजलि
नरेंद्र सिंह नेगी लेखक के रूप में | Narendra Singh Negi as a Writer |
नरेंद्र सिंह नेगी जी एक अच्छे लेखक भी हैं। उनके द्वारा लिखी तीन पुस्तकें खुच कंडी, गाणियों की गंगा, स्याणियों का समोदर और मुठ बोटी की राख हैं।
- “खुच कंडी” का मतलब हैं गन्ने से बनाई गयी टोकरी है। यह वर्ष 1999 में प्रकाशित हुई थी।
- “गाणियों की गंगा, स्यणियों का समोदर” का मतलब कल्पनाओं की गंगा लालसा का समुद्र से है जिसे वर्ष 2000 में प्रकाशित किया गया था।
- नेगी जी की तीसरी पुस्तक “मुठ बोटी की राख” का अर्थ हैं मुट्ठी बंद करके रखना और तैयार रहना है। यह किताब शेखर पाठक द्वारा प्रकाशित की गयी थी जिसमें उन्होंने नेगी जी द्वारा गाये गए सभी आंदोलन गीतों को शामिल किया था। जल्द ही नेगी जी की चौथी किताब प्रकाशित की जाएगी
नरेंद्र सिंह नेगी द्वारा गाये गए प्रसिद्ध आंदोलन गीत “नौछमी नारेणा” पर एक वरिष्ठ पत्रकार मनु पंवार जी ने 250 पृष्ठों की एक पुस्तक भी लिखी हैं जिसका शीर्षक हैं “गाथा एक गीत की : द इनसाइड स्टोरी ऑफ़ नौछमी नारेणा” (Story of a Song : The Inside story of Nauchhami Narena)
नरेंद्र सिंह नेगी गायक के रूप में | Narendra Singh Negi as a Singer |
नरेंद्र सिंह नेगी ने अपने संगीत करियर की शुरुआत “गढ़वाली गीतमाला” रिलीज करके की थी। ये गीतमाला 10 अलग-अलग हिस्सों में थी। उनका पहला एल्बम “बुरांस” आया था। उन्होंने एक हजार से ज्यादा गाने गाए हैं।
उन्होंने प्रेम, दुख, ऐतिहासिक घटनाओं, सामाजिक, राजनीतिक और पर्यावरण के मुद्दों पर गीत लिखे हैं। उन्होंने “जागर”, “मंगल”, “बसंती”, “खुदेर”, “छोपाती”, चौनफुला और झुमिला जैसे उत्तराखंड में लोकप्रिय गायन की हर शैली में गाया है। उन्होंने राज्य में प्रचलित गढ़वाली, कुमाउँनी, जौनसारी जैसी विभिन्न स्थानीय भाषाओं में गाया है।
उदित नारायण, लता मंगेशकर, आशा भोंसले, पूर्णिमा, सुरेश वाडकर, अनुराधा पौडवाल, जसपाल सहित अन्य बॉलीवुड गायकों ने भी नेगी जी के संगीत निर्देशन में गढ़वाली फिल्मों में गाया।
नरेंद्र सिंह नेगी की उपलब्धियां और पुरूस्कार | Narendra Singh Negi Award and Achievements |
वर्ष 2018में नरेंद्र सिंह नेगी को “संगीत नाटक अकादमी पुरुस्कार” (Sangeet Natak Academy Award)से नवाज़ा गया था।
नरेंद्र सिंह नेगी जी को 10 अप्रैल 2021 को पर्यावरण एवं विकास केंद्र की और से आयोजित कार्यक्रम में तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा “केदार सिंह रावत पर्यावरण पुरुस्कार” से नवाज़ा गया हैं। यह पुरुस्कार उन्हें अपने गीतों के माध्यम से लोगो को पर्यावरण एवं वनों के संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए दिया गया।
नेगी जी को “पहाड़ो का डायलन” (Dylan of hills) भी कहा जाता हैं डायलन थॉमस (Dylan thomas) एक प्रसिद्ध लेखक एवं कवि हैं।
नरेंद्र सिंह नेगी के प्रमुख गाने और एल्बम | Narendra Singh Negi famous songs and albums|
No. | एलबम्स का नाम Album Name | रिलीज़ वर्ष Year of release |
1 | कोई त बात होलि | 2020 |
2 | छुंयाल | 2006 |
3 | दग्ड़या | 1997 |
4 | घस्यारि | 2002 |
5 | हल्दी हाथ | 1995 |
6 | होंसिया उम्र | 2002 |
7 | जय धारी देवी | 1996 |
8 | कैथे खोज्याणी होलि | 2006 |
9 | बसंत ऐगे | 2010 |
10 | माया को मुण्डारो | 2009 |
11 | नौछामी नरेणा | 2006 |
12 | नयु नयु ब्यो च | 2003 |
13 | रुमुक | 2005 |
14 | समदोला क द्वी दिन | 2000 |
15 | स्याणी | 2002 |
16 | ठंडो रे ठंडो | 2004 |
17 | तु होलि बीरा | 2007 |
18 | तुम्हारी माया मा | 2001 |
19 | उठा जागा उत्तराखंड | 2017 |
20 | खुद | 1995 |
21 | अब कथगा खैल्यो | 2012 |
22 | वा जुन्याली रात | 2006 |
23 | तप्पकरा | 1999 |
24 | बरखा | 1992 |
25 | 100 कु नोट | 2017 |
26 | टका छन त टकाटका | 2007 |
27 | कारगिले लडैमा | 1999 |
28 | छिबड़ाट | 1993 |
29 | जै भोले भंडारी | 2017 |
30 | सलाण्या स्याली | 2009 |
31 | गीत गाना | 2002 |
32 | सुरमा सुरीला | 2007 |
नरेंद्र सिंह नेगी द्वारा फिल्मो में दिए गाने | Movies songs by Narendra Singh Negi |
No. | फिल्मो के नाम | Films Name | रिलीज़ वर्ष | Year of release |
1 | चक्रचाल | 1996 |
2 | घरजवैं | 1984 |
3 | मेरी गंगा होलि मैमू आली | 2004 |
4 | कौथिग | 1987 |
5 | बेटि ब्वारि | — |
6 | बंटवारु | 2003 |
7 | फ्योंलि | — |
8 | ज्वान ह्वेगे | — |
9 | औंसि कि रात | 2004 |
10 | छम्म घुंघुरु | 2005 |
11 | जय धारी देवी | 2006 |
12 | सुबेरौ घाम | 2014 |
नरेंद्र सिंह नेगी ने 2018 में अपना यूट्यूब चैनल भी लांच किया जिस पर डाला गया पहला गाना “होरी आइगे” लोगों के बीच काफी पसंद किया गया।
नरेंद्र सिंह नेगी पर विवाद | Narendra Singh Negi controversy |
नरेंद्र सिंह नेगी द्वारा वर्ष 2005 और वर्ष 2011 में तत्कालीन सरकारों के बनाये गए व्यंग्यात्मक गानों की वजह से वे सुर्ख़ियों में रहे। इस वजह से वे देश की प्रमुख 2 राजनितिक पार्टियों के निशाने पर आये थे।
2012 में उत्तराखंड पहाड़ी गायक गजेंद्र राणा द्वारा नरेंद्र सिंह नेगी पर कुछ आरोप लगाए गए थे।
2021 में नेगी जी द्वारा पौड़ी पुलिस स्टेशन में 17 साल के एक युवक के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गयी थी जो उनसे 20000 रुपये की मांग कर रहा था। बाद में 12 वीं में पढ़ने वाले छात्र द्वारा लिखित में माफ़ी मांगने पर छोड़ा गया।
Negi daa hamare uttarakhand ki shaan hain… shat shat naman
नमस्कार मैं भी संगीत में रुचि रखता हूं मैं संगीत की डिग्री कहां से लूं इलाहाबाद कौन सा विद्यालय है