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किपलिंग ट्रेल ट्रेक देहरादून मसूरी | Kipling Trail | How to go Dehradun to Mussoorie Trek In Hindi |

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किपलिंग ट्रेल ट्रेक देहरादून | Kipling Trail Trek Dehradun in Hindi |

किपलिंग ट्रेल(Kipling Trail), देहरादून से मसूरी पहुंचने का बहुत सालों पुराना पैदल रास्ता है। पहाड़ी रास्ते से होते हुए मसूरी पहुंचने वाला किपलिंग ट्रेल काफी रोमांचक भरा ट्रेक है। किपलिंग ट्रेल से होते हुए देहरादून घाटी के

दृश्य बेहद ही खूबसूरत नजारा देते हैं। झडिपानी और बर्लोगंज गांव से होते हुए जाने वाला किपलिंग ट्रेल स्थानीय लोगों द्वारा ज्यादा इस्तेमाल होता है। इसके साथ ही काफी प्रकृति प्रेमी और पर्यटक दूर-दूर से यहां पहुंचते रहते हैं। लगभग 9 किलोमीटर के इस ट्रेक का इतिहास काफी दिलचस्प है।

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किपलिंग ट्रेल का इतिहास | History Of Kipling Trail Dehradun to Mussoorie Trek in Hindi |

किपलिंग ट्रेल(Kipling Trail) की खोज के पीछे एक प्रसिद्ध ब्रिटिश लेखक थे। 1880 के दशक में प्रसिद्ध लेखक रुडयार्ड किपलिंग इस मार्ग से होते हुए मसूरी पहुंचे थे। किपलिंग ट्रेल का नाम इन्ही के नाम पर रखा गया।

 

कहा जाता है कि एक समय ऐसा भी था जब मसूरी पहुंचने का एक मात्र रास्ता किपलिंग ट्रेल(Kipling Trail) ही हुआ करता था। ब्रिटिश शासन के दौरान मसूरी खाश हिल स्टेशन हुआ करता था जिस वजह से मसूरी पहुचने वाला जरूरी सामान भी इसी रास्ते से ले जाया जाने लगा।

Mussoorie

रुडयार्ड किपलिंग ने अपनी प्रसिद्ध किताब “किम” में भी इस मार्ग के बारे में अपने अनुभव को बताया है। इसके साथ ही प्रसिद्ध लेखक रस्किन बांड की किताबों में भी इस मार्ग का वर्णन है जिसे “ब्रिजल मार्ग” भी कहा जाता है।

किपलिंग ट्रेल ट्रेक । How To Reach Kipling Trail Dehradun to Mussoorie Trek |

किपलिंग ट्रेल(Kipling Trail) लगभग 30 डिग्री के झुकाव पर मध्यम वर्ग का चढ़ाई वाला ट्रेक है। लगभग 9 किलोमीटर का यह ट्रेक देहरादून ओल्ड मसूरी रोड पर स्थित शहंशाही आश्रम के पास से शुरू होता है। शहंशाही आश्रम की घंटाघर देहरादून से मोटर मार्ग दूरी 12 किलोमीटर है। आश्रम तक पहुंचने के लिए सार्वजनिक वाहन सुविधा भी है।

शहंशाही आश्रम से शुरू होने वाले किपलिंग ट्रेल ट्रेक को एक सामान्य व्यक्ति आसानी से 4-5 घंटे में तय कर सकता है।

शहंशाही आश्रम से लगभग 3 किलोमीटर बाद ट्रेक का पहला पड़ाव झडिपानी गांव है जिसे तय करने में लगभग 2-3 घंटे का समय लगता है।पूरे ट्रेक के दौरान देहरादून घाटी के लुभावने दृश्य और हरे भरे प्राकृतिक नजारे ट्रेकर्स का मनोबल बनाये रखते हैं। बरसात के मौसम में नजारे और भी सुंदर हो जाते हैं।

झडिपानी से बर्लोगंज गांव होते हुए मसूरी की दूरी लगभग 4 किलोमीटर की है जिसे तय करने में 3-4 घंटे लगते हैं।

स्थानीय लोग इस पूरे ट्रेक को 1-2 घंटे में ही तय कर लेते हैं।

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****कृपया पर्यटक स्थानों पर गंदगी न फैलाएं। साथ ही स्थानीय लोगों की निजता का ध्यान रखें।****

 
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