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फूलों की घाटी चमोली उत्तराखंड | How to reach Valley of Flowers Trek from Dehradun | Distance and Travel Guide in Hindi |

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 फूलों की घाटी चमोली का ट्रेक | Valley Of Flowers Distance Guide From Dehradun in Hindi |

 फूलों की घाटी समुद्र तल से लगभग 3600 मीटर की ऊंचाई पर उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित एक आकर्षक और बहुत ही खूबसूरत फूलों का पहाड़ी बुग्याल है। फूलों की घाटी चमोली एक राष्ट्रीय उद्यान है जिसे सामान्यतः वैली ऑफ फ्लावर्स नाम से जाना जाता है। यह उद्यान लगभग 87.50 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। वैली ऑफ फ्लावर्स उत्तराखंड के सबसे प्रसिद्ध पहाड़ी ट्रेकिंग स्थानों में से एक है। फूलों की घाटी, प्रसिद्ध नंदादेवी राष्ट्रीय उद्यान के अंतर्गत आती है जिसे पिंडर घाटी भी कहा जाता है। फूलों की घाटी में सैकड़ों किस्म के फूल देखने को मिलते हैं। जिससे यह घाटी वनस्पति और फूल प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। देहरादून से फूलों की घाटी चमोली का अंतिम पड़ाव पुलना गाँव है। पुलना गाँव के बाद घांघरिया स्थान ही फूलों की घाटी का बेस कैंप है। घांघरिया जिसे गोविंदधाम भी कहा जाता है, से हेमकुंड साहिब के लिए भी 6 किलोमीटर का पैदल ट्रेक शुरू होता है

आज के इस पोस्ट में हम इस खूबसूरत पहाड़ी पर्यटक स्थान तक पहुंचने के रास्ते, सबसे अच्छा समय, आवश्यक शर्तों और अन्य जानकारियों के बारे में जानेंगे।

फूलों की घाटी चमोली का इतिहास | Valley of Flowers History in Hindi |

फूलों की घाटी के बारे में माना जाता है कि रामायण के दौरान जब हनुमान जी संजीवनी बूटी की तलाश कर रहे थे तब वे इस क्षेत्र में पहुंचे थे।

फूलों की घाटी का पता लगाने वाले पहले इंसान फ्रैंक एस स्मिथ और उनके दोस्त आर एल होल्डस्वार्थ को माना जाता है जो कि ब्रिटिश पर्वतारोही थे। ये दोनों 1931 के दौरान संयोग से यहां पहुंचे थे। यहां की खूबसूरती को देख कर दोनों काफी आश्चर्यचकित हुए। वे इस क्षेत्र की खूबसूरती से इतने प्रभावित हुए कि 1937 में वे वापस इस घाटी में पहुंचे। जिसके बाद 1938 में “वैली ऑफ फ्लावर्स” नाम की एक किताब में उन्होंने इस घाटी का जिक्र किया।

वर्ष 1982 में विश्व संगठन यूनेस्को द्वारा फूलों की घाटी को विश्व धरोहर घोषित किया गया जो कि नंदादेवी राष्ट्रीय उद्यान के अंतर्गत एक हिस्सा है।

फूलों की घाटी चमोली का दूरी चार्ट | Valley Of Flowers Distance Chart From Major Cities |

देहरादून से फूलों की घाटी चमोली की दूरी | Dehradun to Valley of Flowers Distance : 330 किलोमीटर

दिल्ली से फूलों की घाटी चमोली की दूरी | Delhi to Valley of Flowers Distance : 543 किलोमीटर

ऋषिकेश से फूलों की घाटी चमोली की दूरी | Rishikesh to Valley of Flowers Distance : 280 किलोमीटर

नैनीताल से फूलों की घाटी चमोली की दूरी | Nainital to Valley of Flowers Distance : 300 किलोमीटर

जोशीमठ से फूलों की घाटी चमोली की दूरी | Joshimath to Valley of Flowers Distance : 33 किलोमीटर

लखनऊ से फूलों की घाटी चमोली की दूरी | Lucknow to Valley of Flowers Distance : 673 किलोमीटर

कोलकाता से फूलों की घाटी चमोली की दूरी | Kolkata to Valley of Flowers Distance : 1680 किलोमीटर

गोविंदघाट से फूलों की घाटी चमोली की दूरी | Govindghat to Valley of Flowers Distance : 13 किलोमीटर

केदारनाथ से फूलों की घाटी चमोली की दूरी | Kedarnath to Valley of Flowers Distance : 235 किलोमीटर

बद्रीनाथ से फूलों की घाटी चमोली की दूरी | Badrinath to Valley of Flowers Distance : 38 किलोमीटर

फूलों की घाटी चमोली कैसे पहुंचे | How to reach Valley of Flowers Chamoli |

फूलों की घाटी पहुंचने के लिए निकटतम शहर चमोली का जोशीमठ स्थान है। यहां से गोविंदघाट(20 किलोमीटर) और पुलना गांव(24 किलोमीटर) के बाद फूलों की घाटी के लिए आसानी से पहुंचा जा सकता है। फूलों की घाटी के लिए सड़क मार्ग का अंतिम पड़ाव पुलना गांव ही है। जिसके बाद लगभग 10 किलोमीटर का पैदल ट्रेक कर बेस कैंप घांघरिया पहुँचा जाता है। घांघरिया से लगभग 3-4 किलोमीटर का ट्रेक फूलों की घाटी के बीच ले जाता है।

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सड़क मार्ग द्वारा फूलों की घाटी | How to reach Valley of Flowers Chamoli from Dehradun by road |

देहरादून से फूलों की घाटी चमोली की दूरी लगभग 330 किलोमीटर है। देहरादून से बस, टैक्सी या निजी वाहन द्वारा आसानी से जोशीमठ- गोविंदघाट तक पहुंचा जा सकता है। देहरादून से गोविंदघाट की सड़क मार्ग दूरी लगभग 303 किलोमीटर है। गोविंदघाट से लगभग 4 किलोमीटर दूर पुलना गांव है जहां लोकल टैक्सी या निजी वाहन से पहुंचा जाता है। यहां गाड़ी पार्क करने के बाद 13-14 किलोमीटर का पैदल ट्रेक कर फूलों की घाटी पहुंचा जाता है।

देहरादून से फूलों की घाटी के बीच प्रमुख स्थान | Major destinations between Dehradun to Valley of Flowers Chamoli distance route |

देहरादून– जॉलीग्रांट- ऋषिकेश– देवप्रयाग- श्रीनगर- धारीदेवीरुद्रप्रयाग– गौचर- कर्णप्रयाग- गोपेश्वर– पीपलकोटि- जोशीमठ– गोविंदघाट- पुलना –फूलों की घाटी

जोशीमठ से फूलों की घाटी कैसे पहुंचे | How to reach Valley of Flowers from Joshimath |

जोशीमठ से लोकल शेयर टैक्सी की मदद द्वारा यात्रीयों को 20 किलोमीटर दूर गोविंदघाट आना होता है। लोकल टेक्सी आसानी से मिल जाती है। इसके बाद लगभग 4 किलोमीटर दूर पुलना गांव है। यहां से पैदल ट्रेक कर फूलों की घाटी पहुंचा जाता है।

रेल मार्ग द्वारा फूलों की घाटी | How to reach Valley of Flowers Chamoli from Dehradun by train |

फूलों की घाटी पहुंचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन, ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है। हालांकि आप देहरादून रेलवे स्टेशन भी पहुंच सकते है। देहरादून से सड़क मार्ग द्वारा ही फूलों की घाटी पहुंचा जा सकता है। ऋषिकेश से फूलों की घाटी चमोली की सड़क मार्ग दूरी लगभग 275 किलोमीटर है।

हवाई मार्ग द्वारा फूलों की घाटी | How to reach Valley of Flowers Chamoli from Dehradun by flight |

फूलों की घाटी पहुंचने के लिए निकटतम हवाई अड्डा, देहरादून का जॉलीग्रांट हवाई अड्डा है। इसके बाद देहरादून से सड़क मार्ग द्वारा लगभग 290 किलोमीटर की दूरी तय कर फूलों की घाटी पहुंचा जा सकता है।

फूलों की घाटी पहुंचने से पहले ये जान लें | Things to keep in mind before reaching Valley of flowers |

1: यहां रात को रुकने की इजाजत नहीं है। आपको ट्रेक वाले दिन ही वापस पुलना या घांघरिया या गोविंदघाट पहुंचना होगा।

2: यहां किसी भी प्रकार की खाने की व्यवस्था नहीं है।

3: यहां पहुंचने के लिए प्रवेश शुल्क देना अनिवार्य है।

4: फूलों की खूबसूरती से प्रभावित न हों, ये जहरीले भी हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में यहां मेडिकल सुविधा मिलना भी मुश्किल होगा।

5: मौसम के प्रति सचेत रहें। आवश्यक गर्म कपड़े साथ रखें।

6: जंगली जानवरों से सावधान रहें।

फूलों की घाटी पहुंचने का प्रवेश शुल्क | Valley of Flowers entry fees |

भारतीय नागरिकों के लिए: 150 रुपये

विदेशी नागरिकों के लिए: 600 रुपये

फूलों की घाटी जाने का सबसे अच्छा समय | Best time to visit Valley of Flowers Trek from Dehradun |

फूलों की घाटी में जाने का सबसे अच्छा समय वही होगा जब वहां हर तरह के फूल अच्छी तरह से खिलें हों। मई अंतिम सप्ताह और जून के दौरान यहां फूल खिलने शुरू हो जाते हैं। बरसात की शुरुआत के साथ यहां की सुंदरता अपने चरम पर पहुंच जाती है। इस दौरान यहां सैकड़ों प्रजातियों के फूल खिलते हैं। 1 जून से फूलों की घाटी को पर्यटकों के लिए खोला जाता है। और लगभग अक्टूबर-नवंबर माह में यह स्थान पर्यटकों के लिए बंद कर दिया जाता है।

फूलों की घाटी का मौसम और तापमान | Valley of Flowers Weather and Temperature Toady |

फूलों की घाटी हिमालयी क्षेत्र के अंतर्गत आती है। यहां का मौसम सामान्य से ठंडा ही बना रहता है। बरसात के दौरान भारी बारिश देखी जाती है वहीं सर्दियों में बर्फवारी भी होती है।

गोविंदघाट का तापमान | Govindghat Temperature Today |

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